Thursday, March 18, 2010

दिल्ली में अब बैट्री वाली ऑटो ही दिखेंगे

ब्लू लाइन बसों के बाद दिल्ली सरकार की ऑटो रिक्शा को योजनाबद्ध तरीके से हटाने की योजना है। इस दिशा में सरकार गंभीरता से मंथन कर रही है। ऑटो रिक्शा के विकल्प को तलाशा जा रहा है। सरकार की प्राथमिकता में बैटरी चालित या सोलर ऊर्जा से चलने वाले वाहनों को चलाने की योजना है। विधानसभा में यह बातें मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने पूरक प्रश्नों के जवाब देते हुए कहीं। ब्लू लाइन बसों को पिछले छह वर्षो से योजनाबद्ध तरीके हटाने की योजना पर सरकार कार्य कर रही है। हालांकि अभी तक इस दिशा में सरकार को सफलता नहीं मिली है। विधानसभा में भाजपा विधायक जगदीश मुखी ने ऑटो रिक्शा की वर्तमान संख्या व उसे बढ़ाए जाने को लेकर प्रश्न पूछा था। मुख्यमंत्री ने सदन में इस बात को माना कि ऑटो रिक्शा वालों का व्यवहार सही नहीं है। वे मनमानी पर उतर आते हैं। मुख्यमंत्री ने भविष्य का संकेत देते हुए कहा कि ऑटो रिक्शा को परिवहन सेवा का सबसे अच्छा विकल्प नहीं कहा जा सकता है। सरकार ऑटो रिक्शा के विकल्प ढूंढ रही है। बहुत जल्द एक योजना बनाकर ऑटो रिक्शा को योजनाबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। हालांकि इस कार्य में कितना समय लगेगा इस पर कुछ नहीं कहा। सरकार की योजना आटो रिक्शा की संख्या को बढ़ाने की नहीं है। हालांकि मुख्यमंत्री से पहले परिवहन मंत्री अरविंदर सिंह लवली ने सदन को यह आश्वासन दिया था कि सरकार आटो रिक्शा की संख्या बढ़ाने के लिए जरूरी कार्यवाही पूरी करने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आटो रिक्शा ध्वनि प्रदूषण फैलाने में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को उच्च कोटि का किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में समय आ गया है कि आटो रिक्शा के विकल्प को देखा जाए।

No comments:

Post a Comment