Sunday, July 4, 2010

माँ, महंगाई और जुड़वा बच्चा

एक माँ अपने जुड़वा बच्चे को बस में छोड़ कर चली गयी। जिस माँ को ममता मयी मूर्ति माना जाता है उसी माँ ने अपने बच्चो के उपर से ममता मयी आंचल का सहारा छीन लिया। आखिर उन बच्चो का क्या दोष है। जिस माँ ने अपने बच्चो को गर्भ में न माह तक इतने तकलीफ से पला आखिर क्या कारन था जो उसी माँ ने अपने दिल के टुकड़े को अपने से दूर कर गयी। आपस में दानो बच्चे बात करते हुए भाई जब हम दोनों माँ के गर्भ में पल रहे थे तो कभी भी माँ हम लोगो को परेसान नहीं होने दी । kiतना पयार करती थी न । अरे छोटू मुझे एक बात समझ नहीं आया की जब इस दुनिया में हमलोग आये तो माँ क्यों छोड़ गयी । माँ को अगर यही करना था तो फिर इस दुनिया में आने ही क्यों दिया। मुझे क्या पता की ये दुनिया इतनी बुरी है की बेटे को माँ से अलग कर देगी । मुझे अगर पहले पता होता न भाई तो पूरी जिन्दगी माँ के गर्भ में ही पलता रहता लकिन इस दुनिया में कदम नहीं रखता । ये तुने क्या किया माँ ,ऐसा क्यों किया माँ । माँ तुम तो हमलोगों की दुनिया ही उजार दिया । जिस ऊँगली को पकर कर चलने का सपना देख रहे थे तुने तो पूरा हाथ ही छुड़ा लिया माँ। भाई माँ वापस आएगी क्या । नहीं भाई जिस माँ ने हमलोगों को इस दुनिया के भीड़ में छोड़ कर चली गयी वो अब वापस कभी नहीं आएगी। अब क्या होगा हमलोगों का भाई । देख छोटू दुनिया में आये है तो कोई न कोई जुगार तो लगेगा ही । भाई लकिन ये समझ नहीं आता है की माँ अपने बेटे को इस हाल में छोड़ कर क्यों चली गयी । ऐसा तो नहीं भी की जब हम दोनों माँ के गर्भ में पल रहे थे तो हमेसा माँ महंगाई को लेकर परेसान रहती थी अक्सर महंगाई के बारे में ही चर्चा करती थी । ऐसा लगता है की माँ महंगाई के कारन ही हमलोगों को छोड़ कर चली गयी। महंगाई क्या है भाई ? भाई महंगाई एक ऐसा दीमक है जो धेरे-धेरे आम जनता का खून चूस- चूस कर जन ले लेती है ये महंगाई कम क्यों नहीं होती है। आज अगर महंगाई इतनी नहीं होती तो सायद माँ हमलोगों को छोड़ कर नहीं जाती। है न भाई । सही कहा भाई। सरकार महंगाई कम करने का नाम नहीं ले रही है और ऊपर से बाधा ही रही है। पुरे भारत की जनता त्राहि त्राहि कर रही है भूखे मार रही है और सरकार कुछ नहीं कर रही है । सरकार के सरे दावे खोखले ही नज़र आते है । इस महंगाई माँ टी छोड़ कर चली गयी लकिन अब क्या होगा हमलोगों का भाई। क्या बताऊ छोटू पहले तो कुछ आस भी बची थी अब तो वो भी ख़तम हो गयी। क्यों भाई ऐसा क्या हुआ अरे पागल तुम्हे पता नहीं की फिर से अमूल दूध का दम बढ़ गया है । जिस दूध के शेयर हमे जीना है वो ही महंगा हटा जा रहा है तो हमे इतना महंगा दूध कौन खरीद कर पिलाएगा । अब्ब क्या होगा भाई । अब तो भगवन ही मालिक है हमलोगों का भी और इस महंगाई का भी । भाई एक बात बताऊ हम दोनों अगर किसी भी तरह बड़े हो गए तो महंगाई के खिलाफ कुछ न लुच जरुर करेंगे । अरे पागल पहले तो या सोच की इस महंगाई में जिन्दा कैसे बच पाएँगे। भाई तुने सुना नहीं है क्या । राहुल बाबा गरीबों के घर जाकर उनका दुःख दर्द बत्नते है । तू तो पागल ही है छोटू अगर ऐसा होता तो माँ छोड़ कर जाती ही नहीं। अरे भाई हो सकता है की उस वक़्त राहुल बाबा बीसी हो कोई कम में । देखना वो जरुर आएंगे । और हमलोगों का कोई न कोई बंदोबस्त जरुर करेंगे । छोटू तू तो सठिया गए है तुम्हे अभी इतना भी पता नहीं की हमलोग अभी बच्चे है। १८ साल का नहीं हुए है। क्यों भाई । अरे बाबले राहुल बाबा गरीबों का दुःख दर्द बटने नहीं जाते है उनका वोट लेने जाते है । हम दोनों वोट तो दे नहीं सकते है तो राहुल बाबा क्या सोनिया मैडम भी नहीं आएगी । भाई तो अब क्या होगा हमलोगों का । क्या होगा जो गरीबों का हाल इस देस में है वही होगा । छोड़ भाई जो होगा देखा जायेगा लकिन हमलोग बड़े हो गये किसी भी तरह तो महंगाई के खिलाफ तो कुछ न कुछ तो जरुर करेंगे । जिससे की महंगाई और भुखमरी के कारन कोई माँ अपने बच्चे को नहीं चोदे ।

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