Saturday, July 10, 2010

प़ी एम् की सुरक्षा के कारण बच्चे की मौत

भारत में किसी की सुरक्षा किसी की जन ले सकती है क्या आपने कभी सोचा था। नहीं न लकिन कुछ ऐसा ही हुआ है । मई किसी और की सुरक्षा की बात नहीं कर रहा हु मई प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बात कर रहा हु । जी हाजिनके सुरक्षा वयवस्था के कारन एक मासूम बच्चे की जन चली गयी। नेताओ के सुरक्षा के कारन तो अज्ज से नहीं बल्कि भुत पहले से ही आम जनता को परेशानी का सामना करना परता रहा है लकिन ये तो हद ही हो गयी। इस विषय पर सोचने वाला भी कोई नहीं है और सोचेगा भी कौन जब आम आदमी को सुरक्षा dene वाला जी अपने सुरक्षा के कारन आम जनता को परेशानी में दल देता है। भारत में किसी की सुरक्षा वैवास्था के कारन ही किसी मासूम बच्चे की जन चली गए इससे जायदा और सरम की क्या बात हो सकती है। ये घटना तिन जुलाई की है जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कानपूर गए थे । उसी दिन की बात है की डिफेन्स कालोनी के उषा शर्मा और उनके पति हशुदीन का बेटा घर के बहार खेल रहा था की वो जख्मी हो गया । उसे उसके माँ बाप ने नजदीक के अस्पताल में ले जा रहे थे की उस समय ही उनको सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया । वे लोग रोते गिरगिराते रहे लकिन उनका किसी ने नहीं सुना और उन्हें जाने नहीं दिया गया जिस से रस्ते में ही बच्चे की मौत हो गया। डॉक्टर का कहना था की अगर कुछ पहले इस बच्चे को लाये होते तो ये बच जाता लकिन ऐसा नहीं हुआ और बच्चे की जन चली गयी । ये आरोप एक माँ ने अपने बेटे की जान के बदले लगाया है । वजाबता उन्होंने एक पत्र लिख कर सोनिया गाँधी से कहा है की दस लाख का मुआबजा और वयवस्था में परिवर्तन किया जाये । उस माँ की गुहार सोनिया मैडम को सुन न ही चाहिए। इस तरह के विषय पर किसी का ध्यान ही नहीं जाता है लकिन ये एक सोच्निये विषय है और इस पर सोचना चाहिए। और आखिर कर उस माँ को इंसाफ मिलना ही चाहिए जिसने अपने बेटे को खोया है।

No comments:

Post a Comment